माता बनना इस सृष्टि की एक अतंत्य सुखद घटना है। भारत में स्त्री गर्भवती बनने के बाद कई ऐसे अनुष्ठान है जो उत्सव स्वरुप मनाये जाते है। इस वीडियो में हम ऐसे ही एक समारोह के बारें में आपको बताने जा रहे हैं
Don't forget to Share, Like & Comment on this video
Subscribe Our Channel Artha : https://goo.gl/22PtcY
१ भारतीय परंपराओं में, सीमांथम या सीमंतोन्नायन गर्भवती महिलाओं के लिए वैदिक समारोह का नाम है
२ सामान्यतः इसे पुंसवन सीमांथम के नाम से बुलाया जाता है, इस प्राचीन समारोह में कई अनुष्ठान समाविष्ट है और इसे गर्भधारणा के बाद सातवें महीने के अंत में मनाया जाता है
३ यह समारोह वास्तव में बहुत उत्साह के साथ परिवार में बच्चे के स्वागत और माता को आशीर्वाद और शुभकामनाएं देने ले लिए ,मनाया जाता है
४ यह शास्त्रों और पुराणों में इसे सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है और भारत में कई वर्षों से इसका अनुसरण करते आ रहे है
५ यह उत्सव विशेष रूप से गर्भवती महिला को लाड - प्यार दिलाने के लिए मनाया जाता है
६ दक्षिण भारत में, सीमांथम को वलाइकप्पू कहा जाता है, उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में, इस परंपरा को लोकप्रिय रूप से गोदभराई कहा जाता है।
७ महाराष्ट्र में इसे डोहाळे जेवण कहा जाता है, जहां गर्भवती महिला को उसके पसंद के सब पदार्थ खाने को दिए जाते है
८ इस दिन घर के रिश्तेदार और मित्र गर्भवती महिला को माता बनने के लिए मानसिक रूप से तैयार करने के लिए एकत्रित होते है और घर की वरिष्ठ महिलाएं बच्चे के आगमन के लिए गर्भवती महिला को आशीर्वाद देती है
९ यदि आप इस तरह की अन्य सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में अधिक जानने के लिए उत्सुक हैं, तो देखते रहें अर्था चॅनेल
Like us @ Facebook - https://www.facebook.com/ArthaChannel/
Check us out on Google Plus - https://goo.gl/6qG2sv
Follow us on Twitter - https://twitter.com/ArthaChannel
Follow us on Instagram -https://www.instagram.com/arthachannel/
Follow us on Pinterest - https://in.pinterest.com/channelartha/
Follow us on Tumblr - https://www.tumblr.com/blog/arthachannel