स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी की सहयोगी रहीं मीरा बेन को वन विभाग ने 1948 में पशुलोक आश्रम की स्थापना के लिए 2146 एकड़ भूमि लीज पर दी। यहां पर पशुलोक आश्रम की स्थापना करने के साथ ही उन्होंने 63 बीघा भूमि पर मीरा बेन स्मृति औषधीय वन के नाम से संरक्षित कर नदी के किनारे साधना के लिए कुटिया बनवाई।
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