दून लिटरेचर फेस्टिवल : साहित्यकार के जीवन में अवसाद खतरनाक

Hindustan Live 2018-12-22

Views 126

दून लिटरेचर फेस्टिवल के समापन पर हिंदी साहित्य की आधारशिला माने जाने वाले भक्तिकाल, कहानी पाठ, कलम के इतर, दलित साहित्य, रेडियो की यादों से जुड़े सत्र में देश भर से पहुंचे साहित्यकारों ने अपने विचार साझा किए उन्होंने लेखकों के साथ घटी घटनाओं का जिक्र करते हुए लेखकों के अवसाद भरे जीवन का जिक्र किया

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS