अगर राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट से फैसला 2019 के पहले नहीं आएगा तो फिर क्या होने जा रहा है ? कमोबेश सारी हिंदूवादी पार्टियां और शिया वक्फ बोर्ड दो टूक कह रहे है कि सरकार आर्डिनेंस ले आए औऱ मंदिर की नींव डाल दे । वीएचपी कह चुकी है कि साधु संतों से लेकर हिंदू समाज तक का सब्र का बांध टूट रहा है.