वास्तु शास्त्र का सम्बन्ध हमारे वेदों से है, अगर आप घर या मंदिर या कोई भी भवन बनाना चाहते है तो उसको बनांने के लिए वश्तु के अनुसार किस दिशा में क्या होना चाहियें| वास्तु के अनुसार दश दिशाओ की बात की गई है, उन सभी दिशाओं को धयान में रखकर घर में कमरा, बाथरूम , रसोई इत्यादि की स्थापना की जनि चाहिए ताकि यह भवन लम्बे समय तक सुरक्षित रह सके|
Vastu shastra ka ullekh humare granthon me milta hai isaki utpatti ki ek kahani bhi hai, Aaj bhi vastu shastra ki mahtta utani hi hai jitani ki prachin kaal me thi. Kisi bhi bhavan ka nirman karte samay vastu ke niyamon ka palan kiya jata hai.