एससी-एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जो बवाल शुरू हुआ, वो अब रोज़ नए-नए रूप में सामने आ रहा है..। इस मुद्दे पर दलित संगठनों के भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा हिंसा मध्यप्रदेश में हुई थी । अब मध्यप्रदेश में ही पुलिस कांस्टेबल की भर्ती के दौरान उम्मीदवारों के सीने पर उनकी जातिगत पहचान लिख दी गई..। धार जिले की इस घटना पर नेताओं को अपनी सियासी तलवार चलाने का मुद्दा मिल गया है । क्या पुलिस भर्ती में आरक्षण का पैमाना नापने के लिए सीने पर जाति लिखना ज़रूरी था ? क्या दलितों को बेवजह निशाना बनाया जा रहा