जब आदम और हव्वा को जन्नत से धरती पर भेजा गया तो दोनों एक दूसरे से बिछुड़ गए। हव्वा अरब में मक्का के पास पहुंची तो वहीं आदम, दूर कहीं पूर्व में जा गिरा। सालों तक दोनों एक दूसरे को खोजते रहे.
हव्वा की खोज करते-करते आदम एक दिन मक्का पहुंच गया। वहीं दोनों का दोबारा मिलन हुआ। कहते हैं कि अल्लाह का शुक्रिया अदा करने के लिए आदम ने जिस जगह सिजदा किया वही जगह मक्का शरीफ़ है