Akhilesh Yadav and Mayawati jodi in Gorakhpur and Phulpur by-elections have given a jolt to the credibility of the yogi and Modi. When the SP-BSP joined hands in 1993, the BJP was still defeated. Once again 25 years later the SP-BSP has joined hands, the BJP has to face defeat. Let's know how
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में अखिलेश यादव और मायावती की जोड़ी ने योगी और मोदी की साख को करारा झटका दे दिया है । 1993 में जब एसपी-बीएसपी ने हाथ मिलाया था तब भी बीजेपी हारी थी। एक बार फिर 25 साल बाद एसपी-बीएसपी ने हाथ मिलाया है तो बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है । आइए जानते है कैसे