भागलपुर में रेलवे में जॉब के लिए वैंकेंसी नहीं निकालने और फिर से जल्द बहाली शुरू करने की मांग को लेकर छात्रों ने आठ घंटे तक रेल का चक्का जाम कर दिया। दिन के एक बजे से ही भागलपुर से जमालपुर की ओर न कोई ट्रेन गई और न ही आयी। मामला शुक्रवार का है।
आखिरकार डेढ़ घंटे की वार्ता के बाद छात्र रात के नौ बजे माने। इसके बाद रेल सेवा बहाल हुई। छात्रों ने कहा कि इस मामले में उन्हें जीएम से आश्वासन मिला है। एसडीओ सुहर्ष भगत ने बताया कि रेलवे के वरीय अधिकारियों से छात्रों की बात करायी गई। इस मसले का समाधान करने का आश्वासन मिला है।
इससे पहले दोपहर एक बजे के आसपास जमालपुर की ओर से आयी डीएमयू को पश्चिमी केबिन के पहले ही छात्रों ने रोक दिया। इसके बाद 2:05 बजे खुलनेवाली जनसेवा, मालदा-जमालपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस और शाम को 4:07 बजे भागलपुर से दानापुर जानेवाली साहिबगंज इंटरसिटी एक्सप्रेस को भी छात्रों ने आगे नहीं बढ़ने दिया। उधर, जमालपुर से आ रही पैसेंजर ट्रेन भी नाथनगर में ही खड़ी रही। डाउन विक्रमशिला की रफ्तार भी धीमी पड़ गई। रात नौ बजे जनसेवा और जमालपुर से आनेवाली डीएमयू को रद्द कर दिया गया। एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित रहीं। छात्रों के आंदोलन से भागलपुर-जमालपुर, भागलपुर-साहिबगंज और भागलपुर-दुमका तीनों ही लाइनें प्रभावित रहीं।
ड्राइवरों के साथ की हाथापाई इंजन को कराया बंद
शाम में 7:10 बजे जब वनांचल एक्सप्रेस को भागलपुर स्टेशन से कहलगांव की ओर रवाना करने की तैयारी हुई तो छात्र उपद्रव पर उतर आए और ट्रेन में पत्थरबाजी करने लगे। बोगियों में लगे ट्रेन के बोर्ड को उखाड़ दिया। स्टेशन पर खड़ी जनसेवा, वनांचल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवरों के साथ भी हाथापाई हुई। छात्रों ने जबरन इंजन को बंद करा दिया। इस दौरान यात्रियों को भारी परेशानी हुई।