पूर्णिया जिला का एक मात्र गांव जहां पर महिलाओं की संख्या पुरुषों से काफी अधिक है। 2011 में कराए गए जनगणनना पर नजर डाले तो हांसी बेगमपुर गांव की आबादी 13003 है। जिसमें पुरुषों की संख्या 6368 है। तो वहीं महिलाओं की संख्या 6633 है। जो पुरुषों की आबादी से तीन हजार के करीब अधिक है। इसके अलावा अनुसूचित जाति 3075 और जनजाति 1546 के करीब है। यह आंकड़ा बताता है कि गांव की महिलाएं काफी सशक्त है।
मुख्यंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम को लेकर ग्रामीण महिलाओं में काफी खुशी है। महिलाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के आने से ही गांव में सड़क और शौचालय का निर्माण हो गया है। मगर गांव में स्वास्थ्य और शिक्षा की दिशा में अब तक सहीं से काम नहीं हो पाया है। भवन तो बने है। मगर उसमें न कोई देखने वाला है। और न ही कोई पढ़ाने वाला। जिसकी वजह से बीमार और बच्चों का न इलाज हो पाता है और न ही पढ़ाई ही संभव है। इस वजह से गांव की लड़किया पढ़ नहीं पाती है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह विकास एक बार का न हो। बल्कि हर दिन इससे ग्रामीणों को फायदा मिले। साथ ही युवाओं को नौकरी मिले। ताकि गांव से बेरोजगारी की समस्या भी दूर हो पाए। गांव में अपनी दुकान चला रही एक मात्र महिला प्रियंका देवी खुद इंटर पास है। वो चाहती है कि उसके गांव घर की बेटी भी पढ़ी लिखी हो। इसलिए वो मुख्यमंत्री से एक अच्छा स्कूल और स्वास्थ्य के लिए गांव के अंदर अस्पताल की मांग करती है।
यह मांग कमोबेश गांव की सारी महिलाओं की है। महिलाओं ने कहा कि वो गांव के बाहर सफाई इसलिए कर रही है। ताकि सफाई देखकर मुख्यमंत्री रुके और वो अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा दें।