भागलपुर रेंज डीआईजी विकास वैभव ने भी माना, परिवार के साथ-साथ यहां पुलिसवाले भी हैं असुरक्षित।
डीआईजी विकास वैभव ने गुरुवार को पुलिस लाइन और एसएसपी कार्यालय का निरीक्षण किया। सलामी के बाद डीआईजी डीआईजी पुलिस लाइन में लगभग सभी महत्वपूर्ण जगहों पर गये।
पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मियों के बने भवन के निरीक्षण में गये और वहां की जर्जर स्थिति देखी। पुलिस लाइन में कई भवन जर्जर स्थिति में हैं। डीआईजी ने वैसे भवन में रहने से पुलिसकर्मियों को मना किया। उन्होंने एसएसपी मनोज कुमार से जर्जर भवनों की जगह नये भवन का प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा। डीआईजी ने कहा कि भागलपुर पुलिस बिहार का महत्वपूर्ण और पुराना पुलिस लाइन है।
उनका कहना है कि पुलिसकर्मी बेहतर कार्य कर सकें इसके लिए जरूरी है कि उनके रहने का प्रबंध ठीक से हो। बंद पड़े पुलिस लाइन अस्पताल के बारे उन्होंने कहा कि पुलिस डॉक्टर के लिए प्रस्ताव फिर से भेजा जायेगा ताकि डॉक्टर मिलें और अस्पताल फिर से काम करने लगे। निरीक्षण के दौरान एसएसपी के अलावा सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर, इशाकचक और कोतवाली इंस्पेक्टर, पुलिस लाइन के सार्जेंट मेजर और जीपी सार्जेंट, पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी और काफी संख्या में अन्य पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी मौजूद थे।
थानों में वाहनों की जर्जर स्थिति पर रेंज डीआईजी ने कहा कि जर्जर स्थिति वाले वाहनों की नीलामी हो चुकी है बाकी बचे वाहनों की भी जल्दी होगी। उन्होंने कहा कि थानों को जर्जर वाहनों की जगह नये वाहन को लेकर जल्दी ही प्रस्ताव भेजा जायेगा। रेंज डीआईजी विकास वैभव ने पुलिस लाइन में रखे इंसास राइफल और बुलेट की गिनती अपने सामने करवायी। गिनती में राइफल की पूरी संख्या 76 थी और बुलेट भी पूरा 630 पाया गया। भागलपुर में कुल 400 इंसास राइफल है जबकि 25 हजार बुलेट की क्षमता यहां पर है।