पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह पूर्व सांसद शरद यादव के लिए पीडब्ल्यूडी का आईबी नहीं खोले जाने से शरद समर्थकों ने रविवार को लोहिया नगर चौक के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया। धरना देकर राजद समर्थकों के साथ मिलकर शरद समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, स्थानीय मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव और डीएम बैद्यनाथ यादव के खिलाफ जमकर नारे लगाये।
समर्थकों का कहना था कि यह सब यहां के मंत्री के इशारे पर हुआ है। उनका कहना था कि पूर्व सांसद शरद यादव के आने, उनके ठहरने और उन्हें सुरक्षा देने के लिए पहले से ही प्रशासन को सूचना दे दी गयी थी। पीडब्ल्यूडी के आईबी किसान भवन में कमरा भी अलॉट कर दिया गया था लेकिन जब रविवार की सुबह उनके नेता अपने काफिले के साथ पहुंचे तो आईबी का गेट बंद मिला। काफी प्रयास के बाद भी गेट नहीं खोला गया तो उनके नेता बिना कार्यकर्ताओं और प्रेस से मिले पटना के लिए रवाना हो गये। इतना ही नहीं उनके नेता को जिले में कहीं भी एस्कॉर्ट नहीं दिया गया।
धरनास्थल पर पहुंचे पिपरा के राजद विधायक यदुवंश कुमार यादव ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उनका कहना था कि यहां के प्रशासन स्थानीय मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव के हाथों की कठपुतली है। यहां के डीएम सहित सभी अधिकारी मंत्री की ही चाकरी करते हैं। उन्हें नियमों और संविधान के प्रावधानों से कोई लेना देना नहीं है। बाद में एसडीएम के हस्तक्षेप और आश्वासन के बाद जाम को समाप्त किया गया। लगभग तीन घंटे तक सड़क जाम रहने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की कतार लग गयी।
इस संबंध में मो. नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, सदर एसडीएम ने कहा कि पूर्व सांसद के लिए किसान भवन में कमरा अलॉट कर दिया गया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से गेट का ताला नहीं खुल पाया। किसी के इशारे पर पूर्व सांसद को अपमानित करने या कमरा नहीं देने जैसी कोई बात नहीं है।