समाजसेवी सुषमा शुक्ला ने अपने शहीद पुत्र लेफ्टिनेंट कर्नल संकल्प कुमार की एक-एक याद को सहेज कर रखा है। बचपन की शरारतें हों या संकल्प की बनाई कोई पेंटिंग या वह भागवत गीता जो उनका बेटा उन्हें भेंट कर गया था। संकल्प कुमार 05 दिसंबर 2014 को उरी (जम्मू कश्मीर) में फिदायीन हमले में शहीद हुए। वह दिन और आज का दिन, सुषमा शुक्ला की आंखें आज भी घर के हर कोने में, सीमा पर शहीद होनेवाले हर जवान में अपने बेटे को ढूंढ़ती हैं।