तकरीबन तीन साल पहले नगर निगम और जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान पटरी व्यवसाइयों को दीवानी कचहरी से सटी खाली जमीन पर दुकान लगाने की अनुमति दी थी। यहां तभी से सब्जी मंडी चल रही थी। जिला पंचायत खाली जमीन को अपना बताकर सब्जी मंडी हटवाना चाहता था।