लातूर में पानी की किल्लत के चलते हजारों परिंदे काल के गाल में समा गए। बुंदेलखंड में गला तर करने के लिए पानी नहीं है। मुरादाबाद ही नहीं, देशभर में जल संचय को लेकर आवाज उठ रही है। इस सबके बावजूद मुरादाबाद नगर निगम के अधिकारी पानी बचाना तो दूर उसकी बर्बादी रोकने के लिए भी गंभीर नहीं हैं।