जंगल से निकलकर बाघ सुबह सवेरे एक किसान के घर में घुस गया तो शाम करीब चार बजे के बाद ही पिंजड़े में कैद हुआ। बाघ को देख किसान परिवार की घिग्गी बंध गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग, सामाजिक वानिकी की टीम ने पिंजरे लगाए पर बाघ कैद नहीं हो सका। लखनऊ से पहुंची टीम ने नौ घंटे बाद ट्रैंक्युलाइज कर बाघ को कैद कर लिया।