यहां बिंद टोली के लोग आकर ठहरे हैं। कल नाव से पलायन करने के बाद यहां पहुंचे थे। यहां एक महिला का परिवार अभी भी नाव पर ही है। महिला रंजू देवी का कहना है कि कल शाम में यहां प्रशासन के लोग चूड़ा बांटे। लेकिन हमलोगों को मिला ही नहीं। और आज भी कोई खोज-खबर लेने नहीं आया। चूल्हा-चौका सब बह गया है। हमलोग भूखे पड़े हैं।