सावन का महीना धार्मिक उल्लास का महीना है। प्रयाग में इस महीने में उत्सवों की बहार सी आ जाती है। ऐसा ही एक उत्सव है, गहरेबाजी का। सावन में पूरे महीने चलता है। प्रयाग में घोडों के शौकीन इन्हें इक्का और तांगे के साथ दौड में शामिल करते हैं। इक्के और तांगे के साथ लगने वाली रेस में घोड़ों की क्षमता परखी जाती है। दूसरे शब्दों में इसे इक्का और तांगा दौड़ भी कह सकते हैं। हालांकि, स्थानीय प्रशंसक इसे गहरेबाजी ही कहते हैं।