The news has become sharp in the political corridors for the presidential election. At present, it will not be wrong to call it the politics of dalits regarding presidential elections. On one hand, while BJP named Ramnath Kovind as its Dalit candidate, on the other hand, the Opposition has declared the name of former Lok Sabha speaker Meria Kumar while doing politics of Dalits. How Dalit Cards are effective in Indian politics, it is being seen in the upcoming presidential elections. NDA made Ramnath Kovind a candidate for the post of president because he is BJP's biggest Dalit face. In response to this, the Opposition also made the Lok Sabha Speaker Meira Kumar the Presidential candidate.
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में खबरें तेज हो गई है फिलहाल राष्ट्रपति चुनाव को लेकर इसे दलितों की राजनीति भी कहना गलत नहीं होगा। एक तरफ जहां बीजेपी ने अपने दलित उम्मीदवार के रूप में रामनाथ कोविंद का नाम सामने रखा वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने भी दलितों की राजनीति करते हुए पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार के नाम का ऐलान कर दिया है। भारतीय राजनीति में दलित कार्ड कितना कारगर है ये तो होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में भी देखने को मिल रहा है. एनडीए ने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया क्योंकि वो बीजेपी का सबसे बड़ा दलित चेहरा है. इसके जवाब में विपक्ष ने भी नहले पर दहला मारते हुए अपनी तरफ से पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना दिया