केंद्र ने युद्ध जैसी किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए करीब बीस हजार करोड़ रुपये की इमरजेंसी डील को अंतिम रूप दे दिया है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस डील के पीछे सरकार का मकसद यह तय करना है कि भारतीय सेना गोला-बारूद की चिंता किए बिना कम से कम 10 दिनों तक बड़ी से बड़ी जंग लड़ सके। पिछले तीन माह के दौरान सरकार ने रूस, इजरायल और फ्रांस के साथ नए करार तेजी से फाइनल किए हैं। इस खरीदारी से 13 लाख की संख्या बल वाली भारतीय सेना को रॉकेट, मिसाइल, टैंक के लिए गोला बारूद मिलेंगे।