अगर बात कहने का तरीका सही हो तो बुरी बात का भी उतना असर नहीं पड़ता जितना पड़ना चाहिए। लेकिन अगर आपका अंदाजे बयां सही न हो तो अच्छी बात भी हमें बुरी लग जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ जब रालोसपा विधायक ललन पासवान ने जब दुष्कर्म पीड़िता के दोस्त कुछ आपत्तिजनक सवाल पूछे। आप सुनिए और खुद ही निर्णय कीजिए..