अरुणाचल प्रदेश में बन रही एक जलविद्युत परियोजना में करीब 450 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। इस मामले की आंच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू तक भी पहुंचती दिख रही है। एक अंग्रेजी दैनिक अखबार के मुताबिक उत्तर-पूर्व विद्युत ऊर्जा निगम (नीपको) के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) सतीश वर्मा की एक जांच रिपोर्ट में रिजिजू, पेशे से कांट्रेक्टर उनके एक चचेरे भाई गोबोई रिजिजू और नीपको के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक के नाम हैं। 129 पन्नों की यह रिपोर्ट इस साल जुलाई में सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), सीवीसी (मुख्य सतर्कता आयुक्त) और केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय को सौंपी गई थी। हालांकि इन आरोपों को खारिज करते हुए किरण रिजिजू ने कहा कि किसी कि मदद करना क्या करप्शन है।