आज 26/11 हमले की आठवीं बरसी है। आज ही के दिन ठीक आठ साल पहले 26 नवंबर 2008 की ही वो काली रात थी, जब लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकी समुद्री रास्ते से भारत की व्यावसायिक राजधानी में दाखिल हुए और 170 बेगुनाहों को बेरहमी से गोलियों से छलनी कर दिया था। इस हमले में 308 लोग जख्मी भी हुए। ये वो काला दिन था, जिस दिन आंखों के सामने लोगों ने अपनों को देखते-देखते खोया था। हमले में 10 आतंकवादी शामिल थे। जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकी कसाब को 21 नवंबर 2012 को फांसी दे दी गई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने मुंबई के मरीन ड्राइव पर मृतकों और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उधर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शहीद तुकाराम स्मारक पर जाकर श्रद्दांजलि अर्पित की। बता दें कि 2008 में मुंबई हमले के दौरान अजमल आमिर कसाब को असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर तुकाराम ने जिंदा पकड़ लिया था लेकिन कसाब ने खुद छुड़ाने के लिए तुकाराम को गोली भी मार दी थी जिसमें वो शहीद हो गए थे।