प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किए की प्राचीर से दिए गए भाषण पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश टीएस ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने पीएम का भाषण डेढ घंटा सुना। उम्मीद थी कि इंसाफ के लिए भी कुछ कहेंगे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला। ठाकुर ने कहा कि अंग्रेजों के वक्त भी दस साल में इंसाफ मिल जाता था लेकिन अब सालों लग जाते हैं। इसी क्रम में उन्होंने एक शेर भी कहा- 'गुल फेंके औरों पर, समर यानी फल भी/ए अब्रे करम ए बेरे सखा कुछ तो इधर भी.' इसी के साथ उन्होंने कहा कि सबको पता है कौन क्या कर रहा है?'